*अयोध्या में राम के वंशजों से गुलजार हुई अवध की गलियां, कलश यात्रा में उमड़ पड़ा श्रद्धा का सैलाब*
*2121 कुंडीय विराट श्री राम महायज्ञ की भव्यता और दिव्यता आकर्षण का केंद्र*
*अयोध्या संवाददाता।* अयोध्या में 10 फरवरी से रघुवंशी समाज द्वारा आयोजित किए जा रहे विराट श्री राम महायज्ञ की शनिवार को निकली भव्य और दिव्य कलश यात्रा से अवध की गलियां गुलजार हो गई और राम के जयकारों से पूरा आसमान गूंज उठा। हर्ष और उल्लास से भरे रघुवंश के वंशजों द्वारा अयोध्या में पहली बार विराट महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है़। इस महायज्ञ में मध्य प्रदेश सहित भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतो में निवासरत रघुवंशी समाज के बंधु यजमान के रूप में शामिल हैं। कलश यात्रा सरयू नदी के नया घाट से महिलाओं द्वारा जल भरकर प्रारंभ हुई जो करीब 5 किलोमीटर का सफर तय करके बड़ी छावनी यज्ञ स्थल पहुंची।
मालूम हो कि अयोध्या में भगवान श्री रामलला के भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण का संकल्प पूरा होने पर यज्ञ सम्राट कनक बिहारी दास महाराज द्वारा भगवान श्री राम के वंशज रघुवंशी समाज से विराट श्री राम महायज्ञ का संकल्प लिया था। करीब 9 महीने पहले यज्ञ की तैयारियों के दौरान एक सड़क हादसे में उनका साकेतवास होने के बाद अब संपूर्ण भारतवर्ष का रघुवंशी समाज महाराजश्री के संकल्प को पूरा करने के लिए 10 फरवरी से 18 फरवरी तक अयोध्या में यज्ञ का आयोजन कर रहा है। शनिवार को गीजे बाजे के साथ कलश यात्रा नया घाट सरयू नदी के नए घाट से प्रारंभ होकर हनुमान गुफा कारसेवकपुरम होते हुए बड़ी छावनी पहुंची। कलश यात्रा में रथ पर साकेतवासी कनक बिहारीदास महाराज के उत्तराधिकारी महंत श्यामदास महाराज सखी मंदिर अध्योध्या के महंत रामकिशोरदास महाराज, अधिकारी लखन दास छोटे बाबा, पटेल बाबा सहित अन्य संत विराजमान थे।
*110 बीघा में बनी है, यज्ञशाला और टेंट सिटी*
बड़ी छावनी यज्ञ स्थल पर करीब 110 बीघे में टेंट सिटी का निर्माण किया गया है। राजस्थान के कारीगरों द्वारा यज्ञ शाला और टेंट सिटी का निर्माण कलकत्ता के कारीगरों के द्वारा किया गया है। यज्ञ स्थल के अलावा धर्मशालाओं में भी यजमानों के आवास की व्यवस्था की गई है।