प्रतिष्ठित व्यापारी ने बेटी के प्रेमी को फँसाने के लिए रचा  घिनौना षडयंत्र पुलिस ने किया पर्दाफाश

ByDhan Singh Bist

Jan 10, 2025

प्रतिष्ठित व्यापारी ने बेटी के प्रेमी को फँसाने के लिए रचा घिनौना षडयंत्र पुलिस ने किया पर्दाफाश

हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस ने गहन छानबीन कर बीएससी छात्र अजय का भविष्य बचा लिया, जिसे कुछ दिन पहले एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। यह मामला अब यू-टर्न लेते हुए एक प्रतिष्ठित व्यापारी की साजिश के रूप में सामने आया है, जिसने अपनी बेटी के प्रेमी को फंसाने के लिए यह घिनौना षड्यंत्र रचा था।

 

मामले की शुरुआत

 

7 जनवरी 2025 को थाना श्यामपुर पुलिस ने चेकिंग के दौरान अजय, पुत्र टीकाराम, निवासी ग्राम मीठीबेरी, लालढांग को 171 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अजय को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। लेकिन अजय ने अपनी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही खुद को निर्दोष बताया और कहा कि यह एक साजिश है।

 

पुलिस ने दिखाई सतर्कता

 

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देशन में एक विशेष टीम बनाई गई। पुलिस ने अजय की बातों को गहराई से परखा और विभिन्न पहलुओं से जांच शुरू की। सबसे पहले अजय की दिनचर्या और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।

 

सीसीटीवी फुटेज से सामने आई सच्चाई

 

पुलिस ने अजय के कॉलेज, कुंवर प्रभा पीजी कॉलेज, और अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में यह स्पष्ट हुआ कि दो अज्ञात व्यक्ति अजय की मोटरसाइकिल में चोरी-छिपे चरस रखते हुए नजर आए। पुलिस ने इस सबूत को गंभीरता से लिया और आरोप की दिशा बदल गई।

 

साजिश का खुलासा

 

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह पूरा षड्यंत्र अनूप गुप्ता, निवासी लालढांग, ने रचा था। अनूप गुप्ता की बेटी और अजय के बीच प्रेम-प्रसंग था, जो उसे स्वीकार नहीं था। उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर अजय को फंसाने के लिए चरस उसकी बाइक में रखवाई।

 

 

 

श्यामपुर पुलिस ने अनूप गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अनूप ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसका साथी अभी फरार है, लेकिन पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। इस बीच, पुलिस ने अजय को निर्दोष साबित करने के लिए माननीय न्यायालय को सभी जरूरी सबूत और गवाह प्रस्तुत किए हैं।

 

हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में न्याय सुनिश्चित कर एक निर्दोष छात्र का भविष्य बचाया है। स्थानीय जनता और पीड़ित परिवार ने एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल और उनकी टीम की कार्यप्रणाली की जमकर सराहना की है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *