जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में दो दिवसीय आनंदम अभिमुखीकरण प्रशिक्षण सम्पन्न।
दया जोशी
दो दिवसीय आनन्दम प्रशिक्षण कार्यशाला जिले भर में कक्षा 6 की कक्षा को आनंदम कक्षा के रूप से संचालित किये जाने हेतु चलायी जा रही है। प्राचार्य जी.जी.गोस्वामी ने इस दौरान कहा कि आनंदम वादन प्रत्येक विद्यालय’ में प्रातः प्रथम वादन के रुप में पाठ्यचर्या में शामिल किया गया है। आनंदम की जिला समन्वयक डॉ. दीपा जलाल के द्वारा प्रतिभागियों को बताया गया कि बच्चो में नैतिक मूल्यों के विकास, 21वीं सदी के कौशलो को विकसित करने, परिवार समाज व रूपने पर्यावरण हाथा स्वयं के प्रति जागरुकता जिम्मेवारी का भाव विकसित करने हेतु इस गतिविधि को महत्वपूर्ण भाग के रूप में रखा गया है। इस आनंदम पाठ्यचर्या में सप्ताह भर के लिए कक्षा में चार प्रकार के विषयों को रखा गया है जिसमें माइंडफुलनेस, कहानी, गतिविधियाँ व अभिव्यक्ति शामिल की गई है। डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता जी. जी. गैंडा के द्वारा – बताया गया कि नई शिक्षा नीति 2020 में भी नैतिक शिक्षा के रुप में शामिल किया गया है। देहरादून से यह कार्य आनंदम कोर कमेटी के प्रणय कुमार के द्वारा आनंदम पाठ्यचर्या के मूल्यों मनोवैज्ञानिक पक्ष को रखते हुये विभिन्न चार डोमेन को व्यवस्थित तरीके से कक्षा कक्ष में क्रियान्वित करने का विस्तृत रूप से प्रतिभागियों को बताया गया। इस दौरान डायट की फैकल्टी व विकासखण्डों से विभिन्न माध्यमिक विद्यालयो के शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।