बिजनौर के दिनोंडी में आर्य समाज की आयोजित हुई बैठक।
देवेंद्र सैनी
बिजनौर। राष्ट्रीय आर्य संवर्धनीय सभा बिजनौर के अध्यक्ष मुकेश आर्य ने कहा कि आर्य समाज ही वैदिक धर्म की वह संस्था है जो मनुष्य मात्र के लिए सम भाव रखता है। गुण कर्म स्वभाव से ही किसी को समझना सम भाव ववैदिक वर्ण व्यवस्था है। यह उद्गार उन्होंने ग्राम दिनोंडी में आयोजित बैठक में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि आर्य समाज ही एक ऐसी संस्था है जो समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने के लिए कार्य करती है उन्होंने कहा कि आर्य समाज मनुष्य मात्र के उत्थान के लिए हमेशा प्रयाशरत रहता है भारतीय संस्कृति को बचाने समाज में व्याप्त अंधविश्वास रूढ़िवादिता एवं बुराइयों को दूर करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी संस्थाएं मौजूद है जो भारतीय संस्कृति को छीन भिन्न करना चाहती है और वे ईसाई मिशनरी के तहत समाज के लोगों को बरगलाकर परमात्मा के नाम से सत्संग के माध्यम से सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति को कमजोर कर रहे हैं हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना है और अपने वैदिक धर्म को बचाना है।
इंजीनियर प्रशांत आर्य ने कहा कि जनपद में अनेक स्थानों पर परमात्मा सत्संग की आड़ में हिंदू समाज के भोले भाले लोगों को पर गला कर बाइबल की शिक्षा दी जा रही है जो हिंदू समाज को कमजोर करने की एक योजना है युवाओं को चाहिए कि वह ऐसे सत्संग का पुरजोर विरोध करें और आर्य समाज की विचारधारा को अपनाकर देश राष्ट्र समाज को मजबूत करें। राष्ट्र को सर्वोपरि मानते हुए महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने विश्व के समक्ष विस्तृत वैदिक कार्य प्रस्तुत किया हमें सत्यार्थ प्रकाश जैसे ग्रंथ को पढ़ने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर चिंता जताते हुए कहा कि नशा समूल विनाश की जड़ है हमे नशा त्याग कर अपना जीवन खुशियों भरा बनाना होगा तभी राष्ट्र का भला होगा राष्ट्र अगर सुरक्षित होगा तो हम भी सुरक्षित होंगे।
आर्य विचार गोष्ठी की अध्यक्षता रामकुमार सैनी ने की तथा संचालन देवेंद्र सैनी ने किया। गोष्ठी में शौकीन सैनी अशोक कुमार सैनी बुध सिंह सैनी जय सिंह फूल सिंह लेख राम सिंह अरविंद कुमार पंकज सैनी खुशीराम सिंह बाबू सिंह गरीबदास सिंह विकास कुमार प्रधान पति है डॉक्टर रविंद्र सैनी हिमांशु सैनी गफ्फार अहमद मोहम्मद इसरार नंदराम पुजारी शेर सिंह सैनी राम अवतार सिंह घसीटा सिंह आदि मौजूद रहे।