वन विकास निगम बंद, फिर भी खनन कारोबारी कर रहे अपना ‘विकास’
रवासन गेट के समीप जमकर किया जा रहा अवैध खननआर वी शर्मा।वन निगम बंद है, फिर भी खनन कारोबारी अपना ‘विकास’ कर रहे हैं। वन विकास निगम के रवासन गेट के समीप खनन कारोबारी जमकर अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं। हैरत इस बात की है कि जहां पर खनन किया जा रहा है, वह हाईवे से महज एक सौ मीटर भी दूर नहीं है। ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी ना होना समझ से परे है। वन विकास निगम की ओर से लालढांग क्षेत्र के चार खनन लॉट में खनन चुगान का कार्य कराए जाता है, जिस पर कि मई माह से प्रतिबंध लग जाता है। मगर उसके बावजूद खनन कारोबारी कैसे ना कैसे खनन करने का रास्ता निकाल लेते हैं। लालढांग क्षेत्र के रवासन् गेट जो कि हाईवे के समीप है, वहां खनन कारोबारियों ने खनन करके काफी बड़े-बड़े गड्ढे किए हुए हैं। साथ ही बड़े क्षेत्रफल में फैले खनन से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां रात के अंधेरे में जमकर अवैध खनन को अंजाम दिया जाता है। सूत्रों की माने तो यहां से बुग्गी द्वारा खनन सामग्री एकत्र कर महंगे रेटों पर सप्लाई की जाती है। बता दें कि न्याय पंचायत लालढांग क्षेत्र की गंगा नदी, बरसाती नदी हो या यहां की सोना उगलने वाली रवासन् नदी जिनमें 12 महीने अवैध खनन किया जाता है। वही मामले में वन क्षेत्राधिकारी चिड़ियापुर हरीश गैरोला ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। स्टाफ को मौके पर भेजा जाएगा। अगर अवैध खनन होता पाया गया तो संबंधित से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।