महाविद्यालय, में वन विभाग ने कार्य शाला की आयोजित।
राजकीय मॉडल महाविद्यालय मीठीबेरी, में वन विभाग द्वारा वन्य जीवों से सुरक्षा एवं मानव तथा वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम* पर कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफ़ेसर सतेंद्र कुमार एवं मुख्य अतिथि श्यामपुर वन क्षेत्राधिकारी पंकज ध्यानी ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया ।
कार्यशाला के संयोजक डॉ कुलदीप चौधरी ने वन्य जीवों के विषय पर प्रकाश डालते और अपने विचार प्रस्तुत किए। पंकजध्यानी जी ने समस्त छात्र छात्राओं एवं महाविद्यालय परिवार को सर्वप्रथम नवनिर्मित भवन में आने के लिए बधाई दी। इसके पश्चात उन्होंने कहा कि किस प्रकार से वन्यजीवों से सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है, उनके कहा कि आप सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है ,लापरवाही होने की स्थिति में कोई भी घटना घट सकती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि निकट भविष्य में जंगलात चौकी महाविद्यालय के निकट स्थापित की जाएगी।
विक्रम सिंह तोमर के द्वारा वन्य जीवों से सुरक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा महाविद्यालय आते-जाते समय वन्यजीवों का ध्यान रखें, मार्ग पर सावधानी से चलें और यह देखकर चलें कि आपसे पहले वहाँ से गुज़रने वाले किस जानवर के पदचिन्ह दिखाई दे रहे हैं और सतर्क हो जाएं तत्पश्चात सावधानी बरतें। उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के जानवरों के पदचिन्हों के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई।
वन दारोगा नाथीराम ने विभिन्न प्रकार के जानवरों की आवाज के बारे बताया कि किस प्रकार जानवर भी खतरों से सचेत करते हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राध्यापक डॉ सुनील कुमार,डॉ अरविंद वर्मा,डॉ देशराज सिंह, डॉ सुनीता बिष्ट, डॉ सुमन पांडे तथा शैक्षणिक कर्मचारियों में श्री शशिधर उनियाल,श्रीमती पूनम, श्री सूरज, श्री कुलदीप उपस्थित रहे साथ ही वन दारोग़ा श्री नवीन, वन रक्षक शांति प्रसाद, नीरज सिंह, सोनू कुमार जॉनी उपस्थित रहे।
छात्र छात्राओं में लवकुश, राहुल ,प्रिया,संध्या, प्रिया जोशी,सानिया परवीन, दीपा, मंजीता,शीतल,सोनम,सैरीन, अंजुम, विधिता, दीपक, रेणुका,पवन, हरिओम आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ० कुलदीप चौधरी के द्वारा किया गया।