लाल ढांग के आवासीय विद्यालय में समर कैंप जारी

ByDhan Singh Bist

Jun 7, 2023

लालढांग में समर कैंप जारी

 

बच्चों ने सीखे विज्ञान के खेल

 

अखबार से बनाए खिलौने

 

लालढ़ांग ,हरिद्वार । नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग जनपद हरिद्वार में बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी,बालसाहित्य संस्थान तथा नेताजी सुभाषचंद्र बोस छात्रावास द्वारा आयोजित 5 दिवसीय समर कैंप में आज दिन बच्चों ने कहानी लेखन की बारीकियां जानी। बालप्रहरी संपादक एवं बालसाहित्य संस्थान के सचिव उदय किरौला ने बच्चों को एक कहानी सुनाई जो वास्तव में कहानी नहीं थी। बच्चों ने कहानी मजेदार न होने, कहानी में कोई सीख न होने, पात्र, संवाद तथा घटना आदि नहीं होने आदि कहानी के तत्व स्वयं ही बता दिए। बाद में बच्चों ने समूह में एक कहानी तैयार की। बाद में चित्र देखकर कहानी बनाने, दिए गए शब्दों के आधार पर कहानी तैयार करने, अधूरी कहानी पूरी करने तथा कहानी के आधार पर चित्र बनाने की गतिविधियां समूह में कराई गई।

साहित्यकार प्रकाश पांडे ने बच्चों को कहानी लेखन की बारीकियां बताई । बच्चों ने दिए गए विषय के आधार पर कविताएं तैयार की। कवियों की अधिक संख्या देखते हुए आयोजकों ने कवि बनने के लिए साक्षात्कार कराया। साक्षात्कार के तहत प्रत्येक कवि को नृत्य भी प्रस्तुत करना था। बाद में बाल कवि सम्मेलन के लिए अध्यक्ष तथा संचालकों का चुनाव खुले मतदान से कराया गया।

भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रांतीय अध्यक्ष विजय भट्ट तथा महासचिव एस एस रावत ने कबाड़ से जुगाड़ के तहत बेकार पड़े सामान से विज्ञान के कई प्रयोग बच्चों को सिखाए। आज बच्चों ने मेरे जीवन की घटना, चुटकुले, मेरी दादी/दादा/नाना-नानी,हमारा हास्टिल आदि विषय पर निबंध लिखा।

आज बच्चों को पेपर मैसी के तहत अखबार के टुकड़ों से खिलौने बनाने की गतिविधि कराई। बच्चों ने अखबार के टुकड़ों से परात ,थाली,प्लेट,कटोरे आदि तैयार किए।

कार्यक्रम के प्रारंभ में बच्चों का अध्यक्ष मंडल गठित किया गया। नाम लेखन , शब्द लेखन तथा खेल प्रतियोगिताओं के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार में बालसाहित्य उपहार में दिया गया।

इस अवसर पर हास्टिल वार्डन योगेश्वर सिंह, मंगेश, आकाशकांत, आशीष अग्रवाल , गोपाल रतूड़ी , तेजस्वी, मीना, दीपा, संतोषी तथा उत्कर्षा आदि उपस्थित थे। समर कैंप में बच्चों को पिज्जा हट,तोता कहता है , कितना बड़ा पहाड़ , जैसा मैं करूं आदि खेल कराए गए । कार्यशाला का समापन 7 जून को होगा।


 

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