प्रशिक्षण में11विकास खण्डों के 125 शिक्षकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया
निदेशक महोदया के द्वारा मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना में अधिकतम छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
दया जोशी अल्मोड़ा जिलानिदेशक महोदया के द्वारा मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना में अधिकतम छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत 6 दिवसीय बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान व विद्यालय सुरक्षा से संबंधित कार्यशाला का समापन निदेशक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती वंदना गर्ब्याल द्वारा किया गया। श्रीमती वंदना गर्ब्याल ने 11 विकास खंडो के शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि निपुण भारत मिशन का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के सार्वभौमीकरण हेतु समुचित वातावरण का सृजन करना है ताकि 202-627 तक कक्षा तीन तक के बच्चों को समझ के साथ बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान कराया जा सके। श्रीमती वंदना गर्ब्याल नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बाल वाटिका, एनसीईआरटी द्वारा गुणवत्ता संवर्धन हेतु चलाए जा रहे हैं विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी शिक्षकों को प्रदान की।
- श्रीमती गर्ब्याल ने विद्यालय सुरक्षा बाल अपराध जेजे एक्ट, सड़क सुरक्षा वह विभिन्न देवी आपदाओं के संबंध में शिक्षकों को आवश्यक जानकारी व मार्गदर्शन किया गया। निदेशक महोदया के द्वारा मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना में अधिकतम छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तनमय्यता से काम करें। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा कि इस प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को कक्षा कक्षा तक ले जाएं तथा बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान व विद्यालय सुरक्षा से संबंधित जानकारी को समुदाय के साथ साझा करने की आवश्यकता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक दो हेम चंद जोशी ने कहा कि बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के लिए कक्षा कक्ष में गतिविधि आधारित शिक्षण किया जाएगा।
डॉ जोशी ने कहा कि इस प्रशिक्षण में11विकास खण्डों के 125 शिक्षकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया । इन शिक्षकों के द्वारा मां सितंबरमें जनपद के समस्त प्राथमिक शिक्षकों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य संदर्भ दाता के रूप में डॉक्टर बी .सी. पांडे , नवीन चंद जोशी, अनिल कांडपाल, पूनम बोरा, नमीता वर्मा, नितिन जोशी, दिनेश आर्य तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संदीप कुमार,ललित पांडे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। समापन समापन कार्यक्रम श्रीमती पूनम , गिरजा शंकर जोशी, जगदीश सिंह भंडारी, पवन कुमार, शंकर दास जोशी, श्यामलाल, कैलाश जोशी, डॉ प्रकाश पंत, अशोक बनकोटी, सरिता पांडे, महेंद्र सिंह भंडारी आदि ने संबोधित किया। डायट प्राचार्य जी.एस .गैड़ा द्वारा निदेशक महोदया व शिक्षकों का आभार व्यक्त किया गया।