लालढांग में राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी का दूसरा दिन 

ByDhan Singh Bist

Jun 9, 2023

लालढांग में राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी का दूसरा दिन

बालसाहित्य और मानवीय मूल्य विषय पर खुली चर्चा

 

अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में 31

कवियों ने पढ़ी बाल कविताएं

 

बच्चों ने बाल कविता व बाल कहानी पर दी अपनी टिप्पणी

 

 

लालढांग (हरिद्वार )। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बाल प्रहरी,बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग के संयुक्त तत्वावधान में लालढांग तय,हरिद्वार में आयोजित राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी के दूसरे दिन ‘बालसाहित्य और मानवीय मूल्य ‘ विषय पर आयोजित खुले सत्र में वक्ताओं ने कहा कि आज के बच्चे मानवीय मूल्यों व सामाजिक सरोकारों से दूर होते जा रहे हैं । वक्ताओं ने कहा कि इसके लिए अभिभावक बतौर हम सब बड़े लोग भी जिम्मेदार हैं। हम बड़े लोग अपने माता-पिता को अनाथालय में रख रहे हैं और अपने बच्चों से अपेक्षा करते हैं कि वे अपने माता-पिता का सम्मान करें। हम स्वयं बच्चों के सामने झूठ बोलते हैं और बच्चों को झूठ न बोलने का भाषण देते हैं । वक्ताओं ने कहा बच्चे वैसा ही सीखते हैं जैसा कि हम बच्चों के सामने करते हैं या कहते हैं । इस सत्र की अध्यक्षता सिरसा से आई बालसाहित्यकार डॉ शील कौशिक ने की।मुख्य अतिथि अमरेंद्र सिंह(पटना ), नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास के अधीक्षक योगेश्वर सिंह,पुरुषोत्तम तिवारी (भोपाल ), श्री रघुवीर सिंह बोकन(गुरुग्राम),आदि ने इस सत्र में अपने विचार रखे। इस सत्र का संचालन दिनेश रावत ने किया।

कविता वाचन सत्र में सुशीला शर्मा (जयपुर),जयसिंह आशावत (राजस्थान ),संगीता गुप्ता (ग्वालियर ),रत्ना लक्सम (सिक्किम )आदि ने बाल कविताएं पढ़ी । बच्चों ने कहानी पर अपनी समीक्षा प्रस्तुत की। इस सत्र की अध्यक्षता रेखा लोढ़ा व संचालन पुष्पा जोशी प्राकाम्य ने किया। मुख्य अतिथि रामदुलारसिंह पराया ने बच्चों की सार्थक टिप्पणी की सराहना की ।

कहानी वाचन सत्र में पौड़ी से आए आशीष नेगी ने बच्चों को कहानी सुनाई । कहानी की समीक्षा नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास लालढ़ांग के बच्चों ने की। इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ कहानीकार डॉ महावीर रवांल्टा ने की। रावेंद्र रवि व गुडविन मसीह ने भी बाल कहानी पर अपने विचार रखे।

सहारनपुर के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ आर.पी.सारस्वत की अध्यक्षता में संपन्न अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मनोज फगवाड़वी,देवीप्रसाद पांडेय,खालिद हुसैन,प्रेम राजावत, रामकुमार गुप्त ,प्रकाश पांडे ,हेमंत चावड़ा , रमा वर्मा,डॉ अशोक अश्रु,इशरत सुल्ताना सहित 31 कवि-कवयित्रियों ने बाल कविताएं पढ़ी ।

राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी का समापन 10 जून को होगा । समारोह में बालसाहित्य में उल्लेखनीय कार्य करने वाले देश के चयनित 22 साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा ।

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