यहां भी खनन माफियाओं ने मचा रखा ‘भौकाल’
: नौरंगाबाद गांव से लगी बरसाती नदी में जमकर हो रहा अवैध खनन
आर वी शर्मा। यहां भी खनन माफियाओं ने जबरदस्त ‘भौकाल’
मचाया हुआ है नौरंगाबाद गांव के समीप स्थित बरसाती रवासन नदी में जमकर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। खनन माफियाओं के हौसले तो देखिए वन विभाग की चौकी से कुछ दूर नदी में ट्रैक्टर से भी खनन सामग्री की चोरी की जा रही है। इसकी तस्दीक नदी में ट्रैक्टर ट्रॉली के पहिए के निशान कर रहे हैं।
रवासन नदी को सोना उगलने वाली नदी कहा जाता है। यहां से निकाली गई रेता, बालू , बजरी भवन निर्माण के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। यही कारण है कि खनन माफियाओं की निगाहें इस नदी का सीना छलनी करने में लगी रहती हैं। वही नौरंगाबाद से समीप नदी में तो 12 महीने अवैध खनन होता रहता है। वर्तमान में भी यहां खनन माफियाओं ने जबरदस्त भौकाल मचाया हुआ है। रात भर नदी से खनन सामग्री चोरी की जा रही है। यहां खनन पर नकेल कसने और जंगलों की रक्षा करने के लिए वन विभाग की एक चौकी की भी स्थापना की गई है। मगर उसके बावजूद यहां अवैध खनन होना वन विभाग के कर्मचारियों की कार्य शैली पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि भैंसा बुग्गी छोड़िए नदी में ट्रैक्टर ट्रॉली के पंजे के निशान भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि यहां वाकई खनन का भौकालमचा हुआ है।