सोमवार् को नौ सूत्रीय मांग को लेकर क्षेत्रीय संघर्ष समिति के कार्यक्रताओ ने सांकेतिक धरना दिया जिसमे मुख्य रूप से नौ सूत्रीय मांग करते हुए समिति के ब्लाक अध्यक्ष अतुल कुमार सैनी ने कहा कि लालढांग क्षेत्र की सरकार द्वारा उपेक्षा की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा दर्जनों पत्राचार कर विकास को विभिन्न मांग रख चुके है। लेकिन सरकारों का लालढांग पर ध्यान नही जाता पूर्व मे भी क्षेत्रीय जनता ने संघर्ष कर रवासन नदी पर पुल का निर्माण कराया। जिसमे कुछ ग्रामीणों ने अपने प्राणो की आहुति दी है । और आज एक बार फिर क्षेत्रीय संघर्ष समिति लालढांग पर्थक विकास खंड और तहसील कार्यालय , रोजगार परक कृषि मंडी का स्थापना, सिड़कुल उद्योगिक क्षेत्र , राजकीय चिकित्सालय लालढांग का उच्चीकरण, नेशनल पार्क की सीमा आबादी क्षेत्र से दूर निर्धारित की जाये, लालढांग कोटद्वार कंडी रोड का निर्माण जंगली जनवरो से जान माल व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम आदि की मांग को लेकर सांकेतिक धरना दिया गया।
समिति के अध्यक्ष जगमोहन आर्य ने बताया कि आगामी पंद्रह अगस्त तक यदि सरकार द्वारा। उनकी नौ सूत्रीय मांग को लेकर सकारात्मक पहल नही की गई क्षैत्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों को अनिश्चित कालीन धराना और आमरण अनशन को मजबूर होना पड़ेगा।
सांकेतिक धरने मे मुख्य रूप से चंद्र प्रकाश इंसा,, जगदीश सिंह, सोहन सिंह, राजकुमार, छज्जूराम, श्याम सिंह, महेन्द्र राठी, वीरमती देवी, पूजा देवी, विनय कुमार , ऋतू रानी, संतोष देवी, नंद किशौर, सहित भारी संख्या मे ग्रामीण उपस्थित रहे।